Thursday, June 25, 2009

Puppy aur Pinky

एक मोहल्ले में एक डौगी रहता था उसका नाम पप्पी था. पप्पी बड़ा सीधा सादा था. किसी को तंग नहीं करता था. अपने आप में खुश रहता था. बचपन से ही वो अकेला था अकेला ही बड़ा हुआ था और बड़ा हो कर भी अकेला ही रहता था. रोज़ सुबह सुबह उठ जाता था और पूरे मोहल्ले का चक्कर मारता था अगर उसे कुछ भी नया दिखता था तो जोर जोर से भौकता था इस तरह से वो पूरे मोहल्ले की रखवाली करता था कोई भी कार उस गली में आती थी तो उस कार का पीछा करता था और उसे रोड के दुसरे एंड तक दौडाता था एक दिन उस मोहल्ले में एक female dog पिंकी आई. मोहल्ले के सारे कुत्ते उस के चक्कर काटने लग गए. पप्पी भी उनके साथ जाकर खडा हो गया. सब उसे देख रहे थे, कोई पास नहीं जा रहा था. लेकिन पप्पी उसके पास गया और उसका नाम पूछा और थोडी ही देर में दोनों की दोस्ती हो गयी पिंकी और पप्पी रोज़ साथ में घूमने लगे. जब भी कोई कार उस गल्ली से गुज़रती तो दोनों उसका पीछा करते थे. और उनमे से जो हर जाता था वो दोनों के लिए खाना ढूंढ के लाता था मोहल्ले के बाकी कुत्तों को पप्पी और पिंकी की दोस्ती बिलकुल अच्छी नहीं लगती थी एक दिन पप्पी रेस हार गया और दूसरी गली में खाना ढूँढने गया तो पीछे से बाकी कुत्तों ने उसपे हमला कर दिया पप्पी अकेले उनसे लड़ता रहा लेकिन थोडी देर बाद थक के गिर पड़ा उसे घायल करके बाकी कुत्ते वहां से चले गए थोडी देर बाद पप्पी ने देखा की पिंकी उसे ढूंढती हुयी पीछे पीछे वहां तक आ गयी थी पिंकी ने जैसे ही पप्पी को गिरा हुआ देखा तुंरत उसके पास आके खड़ी हो गई पिंकी ने जब देखा की पप्पी की चोट लगी है तो पिंकी रोने लगी ये देख के पप्पी को बड़ा आश्चर्य हुआ आज तक कभी किसी ने उसका इतना ख्याल नहीं किया था, उसकी इतनी फिकर नहीं करी थी. पप्पी को पहली बार लगा की कोई उसे प्यार करता है. उसे भी पिंकी से प्यार हो गया. फिर दोनों शादी करके ख़ुशी ख़ुशी रहने लगे.